Posted inHealth Poem ममता ;करुणा की गाथा माँ रो देती है ,माँ हंस लेती है | न्योछावर ममता को कर देती है | गाथा अनोखी है ,संसार में तेरी | बहते आंशू ,आँखों के पोंछ लेती है… Posted by Monika Rodiya March 13, 2025No Comments Posted inस्क्रिप्ट पुराना मठ शैली: सस्पेंस, थ्रिलरस्थान: गाँव के बाहर बिना छत का पुराना मठ कैमरा ओपन होता है | रात के करीब २ बजे का समय जब सब लोग सो चुके होते है ,गाँव में सनाटे… Posted by Monika Rodiya March 10, 2025No Comments Posted inPoem थकान ;जीतने का उत्साह | थक सा गया हूँ ,रुक सा गया हूँ | एक पहर पे आकर ,डट सा गया हूँ | भूल हो जाती है ,हर बार कुछ करने पे | अब लगता… Posted by Monika Rodiya March 10, 2025No Comments Posted inshort stories मंद उजाला ;प्यार इजहार का अनोखा रूप | प्यार एक पूर्ण शब्द 'प्यार 'शब्द जहा भी आ जाता है एसा लगता है, जैसे सब कुछ उधर ही रुक सा गया हो ,लोग कहते है ;की प्यार एक अधूरा शब्द… Posted by Monika Rodiya March 9, 2025No Comments Posted inPoem नारी : वीरो की जननी नारी है तू ,ममता की बहती हुई नदी धारा है |धरती पे जन्म लेने वाले , वीरो की आशा है |नया रूप बदल लेती, हर नए मोड़ पे आकर खड़ी… Posted by Monika Rodiya March 8, 2025No Comments Posted inshort stories अकाल:दिन का अंधकार ,सूखते शरीर | कुंजन अपने परिवार के साथ नदी के किनारे बसे गांव में गुजर बसर कर रहा था | परिवार में एक, कुंजन की बूढ़ी माँ ,उसकी पत्नी ,अपने तीन बच्चो के साथ बड़े… Posted by Monika Rodiya March 7, 2025No Comments
Posted inस्क्रिप्ट पुराना मठ शैली: सस्पेंस, थ्रिलरस्थान: गाँव के बाहर बिना छत का पुराना मठ कैमरा ओपन होता है | रात के करीब २ बजे का समय जब सब लोग सो चुके होते है ,गाँव में सनाटे… Posted by Monika Rodiya March 10, 2025No Comments Posted inPoem थकान ;जीतने का उत्साह | थक सा गया हूँ ,रुक सा गया हूँ | एक पहर पे आकर ,डट सा गया हूँ | भूल हो जाती है ,हर बार कुछ करने पे | अब लगता… Posted by Monika Rodiya March 10, 2025No Comments Posted inshort stories मंद उजाला ;प्यार इजहार का अनोखा रूप | प्यार एक पूर्ण शब्द 'प्यार 'शब्द जहा भी आ जाता है एसा लगता है, जैसे सब कुछ उधर ही रुक सा गया हो ,लोग कहते है ;की प्यार एक अधूरा शब्द… Posted by Monika Rodiya March 9, 2025No Comments Posted inPoem नारी : वीरो की जननी नारी है तू ,ममता की बहती हुई नदी धारा है |धरती पे जन्म लेने वाले , वीरो की आशा है |नया रूप बदल लेती, हर नए मोड़ पे आकर खड़ी… Posted by Monika Rodiya March 8, 2025No Comments Posted inshort stories अकाल:दिन का अंधकार ,सूखते शरीर | कुंजन अपने परिवार के साथ नदी के किनारे बसे गांव में गुजर बसर कर रहा था | परिवार में एक, कुंजन की बूढ़ी माँ ,उसकी पत्नी ,अपने तीन बच्चो के साथ बड़े… Posted by Monika Rodiya March 7, 2025No Comments
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Posted inHindi Quotes चिंता :एक अवसाद का रूप "चिंता एक एसी बीमारी है, जो आती तो बड़े प्यार से है ,पर जाने का नाम ही नहीं लेती है |" सही बात तो यह है की, शुरुआत चिंता से… Posted by Monika Rodiya February 27, 2025
Posted inHindi Quotes उधार का मोटिवेशन -एक पश्चाताप "कही से लिया गया मोटिवेशन ,आपको कुछ समय के लिए ही मोटीवेट रख सकता है,, यह एक कला है ,जो अपने आप में उत्पन करना सीखना पड़ेगा | याद रखना… Posted by Monika Rodiya February 27, 2025