नारी : वीर की जननी
वीर नारी नारी है तू ,ममता की बहती हुई नदी धारा है |धरती पे जन्म…
माँ का संसार माँ दुलार है, माँ संसार है |माँ ममता की, जीवंत मूर्त अपार…
माँ बाप नीचे दी गयी पंक्तियो के माध्यम से लेखिका ने माँ बाप को यह…
हवा का पंछी कवियत्री ने निम्न पंक्तियों के माध्यम से ये बताया है की जब…