सुपर हीरोज  :माँ बाप का प्यार

सुपर हीरोज :माँ बाप का प्यार

जीवन सुख दुख का मेला है ||

एक का दुख, दूसरे ने झेला है |

जीवन जीने के लिए है ,साथी बनकर||

कभी गिरकर ,कभी संभलकर|

बच्चे होते हैं, जीवन खुशहाल बनाने को|

माँ के दुलार पापा, का प्यार पाने को |

पूछ कर देखो ,दर्द दिलो के एहसान उनको ||

कमी रहती है, किलकारी की , जीवन भर जिनके|

मिला है, सब कुछ ,संभलकर तो जिओ ||

अपनी ममता को दुलारकर तो जिओ |

अपने प्यार को लुटाकर तो जिओ |

दूर क्यों रहते हो ,बचपन में साये से उसके ||

थोड़ा कुछ बलिदान करके तो जिओ |

पूर्ण हो जाएगा सफर जिंदगी का |

उसके सुपर हीरोज बनकर तो जीओ |

-प्रेम

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *