माँ दुलार है ,माँ संसार है |
माँ का संसार

माँ दुलार है, माँ संसार है |
माँ ममता की, जीवंत मूर्त अपार है|
डगमगाती नहीं , दुःख के दौर में तनिक |
माँ दुलार है, माँ संसार है |
हर माँ होती बेहतर से बेहतर है ,अपने आप में |
सहती है ,रहती दुःख मन जंजाल में |
खुशी की बात है ,संतान के लिए जब उसकी आती |
कर देती है ,न्योछावर, पल जीवन के अनमोल जिसको |
माँ दुलार है ,माँ संसार है|
टूटकर बिखर है जाती ,कई बार ,दीदार के तेरे अक्ष|
माँ संसार है ,अजूबा अनन्त है, बेहतर से ऊपर|
ताकत है रहती, हर पल, संसार में सबसे परे|
माँ दुलार है ,ममता की जीवंत मूर्त अपार है|
हिम्मत तेरी अनोखी रहती है ,पल पल|
टूटे रिश्तों को है, पिरोती जग भर|
बदलते रिश्तों के मंजर में,
अपने आप को है संजोती|
माँ दुलार है, माँ संसार है|
भरा हुआ गुबार मन का,
हो जाता गुम है, छणिक पल में|
कुछ बातो भर से तेरे,
सिमट जाता सब कुछ मन में|
माँ दुलार है, माँ संसार है|
हर पल खुशी देने वाला त्योंहार है |
-प्रेम
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