हार जीत का खेल :हिम्मत एक वरदान
कहा जाता है की जो हारकर भी जीत जाता है ,असली मायने में वही’बाजीगर’ होता है |
वरना ‘प्लेरिंग’ में खड़े होने की हिम्मत हर किसी के पास नहीं होती |

शुद्ध विचार और घोर निराशा में डूबा हुआ इंसान भी कभी कभी उच्च विचारों के शिखर पे पहुँच जाता है |
बेशक उसने ये सब निरन्तरता में रखा हो |
वैचारिक संसार से ‘भावपूर्ण शब्दों ‘का चयन करना उतना ही मुश्किल होता है |
जितना पानी से ‘वायु के कणों’ को |
जिसकी जिन्दगी में जीत शब्द की कमी रह जाती है, वह अपना जीवन नीरश बिताने को मजबूर हो जाता है |
-प्रेम
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